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Thursday, January 12, 2012

शर्म निरपेक्ष नेता का साक्षात्कार

एंकर- नमस्कार। एक नेता से मुलाकात कार्यक्रम में आपका स्वागत है। गली, चौराहे, हाट, चौपाल आदि सब जगह चुनावी शौर है। रैलियों, जलसों, लाउड स्पीकरों, नारों आदि का शौर मतदाताओं को भ्रम में डाल सकता है। इसलिए हमने मतदाताओं की सुविधा के लिए एक विशेष कार्यक्रम चलाया हुआ है जिसका नाम है एक नेता से मुलाकात। इस कार्यक्रम में हम हर रोज आपको एक पार्टी नेता से मिलवाते हैं और उनकी पार्टी की विचारधारा, एजेंडा, प्राथमिकताओं आदि के बारे में जनता को रूबरू कराते हैं। आज हमारे साथ हैं अखिल भारतीय शर्म निरपेक्ष पार्टी के सुप्रीमो छदम सिंह। इन्होंने चुनाव की घोषणा से कुछ समय पहले ही अपनी पार्टी का गठन किया है। नवगठित पार्टी बिना किसी की मदद लिए अपने दम पर चुनाव लडऩे जा रही है। आइये इनसे  इनकी पार्टी की विचारधारा और एजेंडा के बारे में बातचीत करते हैं और जानें कि  उनकी पार्टी किस प्रकार दूसरी पार्टियों से जुदा है। छदम सिंह जी कार्यक्रम में स्वागत है।
छदम सिंह- शुक्रिया।
एंकर- तो छदम सिंह जी सबसे पहले आप अपनी पार्टी के गठन और नाम के बारे में बताएं।
छदम सिंह- देश की स्थिति बहुत गंभीर है। नेताओं की कथनी और करनी में बहुत अधिक अंतर है। चुनाव जीतने से पहले विचारधारा कुछ और होती है तो चुनाव जीतने के बाद कुछ और। नेता जनता को भ्रम में रखते हैं। जनता उनकी सच्चाई को आज तक नहीं जान पाई है। नहीं तो क्या मजाल की छह दशक में भी देश वहीं का वहीं पड़ा रह जाए। हमारा मानना है कि नेता को जनता से कुछ छुपाने का अधिकार नहीं है। हमारी यही विचारधारा दूसरी पार्टियों को रास नहीं आई। इसलिए हमने अपनी नई पार्टी अखिल भारतीय शर्म निरपेक्ष पार्टी पार्टी।  पार्टी का मकसद राजनीतिक तंत्र में पारदर्शिता लाना है।
एंकर- छदम सिंह जी पार्टी का यह नाम कैसे सूझा?
छदम सिंह- यही तो हमार पार्टी का सबसे स्ट्रोंग प्वाइंट है। हमारी पार्टी में सबका स्वागत है। बस, शर्त एक है। पार्टी में आने के इच्छुक व्यक्ति का शर्म निरपेक्ष होना जरूरी है। उसमें झिझक नहीं होनी चाहिए। देश को बदलने का बीड़ा उठाया है तो लोग उस पर कीचड़ भी उछाल सकते हैं, आरोप भी लग सकते हैं। अगर शर्म करने लगे तो अपना ही भला रही कर पाएंगे। देश का भला करना तो दूर। हमारी पार्टी बहुत दूर का सोचती है। इसलिए पार्टी केनेताओं और वर्करों का धर्म निरपेक्ष से अधिक शर्म निरपेक्ष होना जरूरी है।
एंकर- आपकी पार्टी किन बातों को लेकर जनता के बीच जा रही है?
छदम सिंह- अच्छा प्रश्न पूछा आपने। हम जनता को वास्तविकता बताएंगे। छह दशक में कितनी राजनीतिक पार्टियों का गठन और विलय हुआ। सभी अपने को धर्म निरपेक्ष बताते रहे। क्या वास्तव में कोई धर्म निरपेक्ष निकला। सभी ने धर्म के नाम पर खेल खेला। और इस कदर नए तरीके से खेलते गए कि हर बार जनता की हार हुई। लेकिन हम दावा करते हैं कि हम शर्म निरपेक्ष हैं और हमेशा रहेंगे। जैसा अब बता रहे हैं वैसा ही चुनाव के बाद भी रहेंगे। उसी के आधार पर हम जनमत तैयार करेंगे।
एंकर- आपकी पार्टी के उम्मीदवारों की योग्यता क्या होगी? मतलब उनकी उम्र, शिक्षा आदि।
छदम सिंह- यह कोई कोई नौकरी थोड़े ही है। यह तो देश को बदलने का। जिसके दिल में यह भावना है, वहीं हमारा उम्मीदवार होगा। देशभक्ति की भावना को उम्र और शिक्षा से क्या लेना?
एंकर- शुरुआत कहां से करेंगे?
छदम सिंह- एक बार  चुनाव तो होने दो। हमारी तो पार्टी ही विकास कार्य शुरू करने के लिए है। विकास कार्र्यों के इतने उद्धाटन करेंगे कि आज तक किसी ने नहीं किए होंगे। मैंने अपने पार्टी नेताओं से पहले ही कह दिया है कि विकास कार्य शुरू करने में कोई कमी नहीं आनी चाहिए।
एंकर- आपकी पार्टी दूसरी पार्टियों से क्या अलग है?
छदम सिंह- पार्टी की विचारधारा के अनुरूप मैंने कुछ भी नहीं छिपाया है। जनता हम पर सवाल नहीं उठा पाएगी, बस। किसी काम में और किसी से शर्म न करना ही तो शर्म निरपेक्षता है।
एंकर- क्या आपको लगता है कि आप देश बदल पाएंगे?
छदम सिंह- भारत जैसे विशाल देश को बदलने में कई शताब्दियां लग जाएंगी। हमारी पार्टी ने सीधे लाभ पहुंचाने की योजना बनाई है। जब सभी को लाभ पहुंचेगा तो देश अपने आप ही आगे निकल जाएगा। पार्टी की प्राथमिकता उसके वफादार सिपाहियों को पहले लाभ देने की रहेगी। देश बदले न बदले हम अपने आपको और चलन को जरूर बदल देंगे। जो करेंगे जनता के सामने करेंगे।
एंकर- अपना चुनाव चिह्न क्या है?
छदम सिंह-नौका। बस एक बार आप पार कर दीजिए। फिर हम अपने दम पर पार कर लिया करेंगे।
एंकर- कार्यक्रम में आने केलिए छदम सिंह जी आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।
छदम सिंह-धन्यवाद।
एंकर- तो ये थे अखिल भारतीय शर्म निरपेक्ष पार्टी के सुप्रीमो छदम सिंह। ये स्पष्टïवादिता केकारण जाने जाते हैं। इन्होंने बताया कि विकास कायों का उद्घाटन करने मेंं कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। पार्टी जनता से कुछ नहीं छुपाएगी। शायद देश के इतिहास में पहली बार कोई ऐसी पार्टी बनी है जो सब कुछ जनता के सामने करेगी। अब मतदाताओं को तय करना है कि वे किसे अपना प्रतिनिधि चुनते हैं। हमारे साथ यूं ही बने रहिए। अगली कड़ी में आपसे फिर मुलाकात होगी, एक नए नेता के साथ। नमस्कार।

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